सुर – ताल की पहचान अभ्यास से आती है – दिनेश बालासरा
पिथौरा पढ़ाई के साथ-साथ गीत – संगीत कौशल को विकसित करने के उद्देश्य से शासकीय मिडिल स्कूल कसहीबाहरा में चलाए जा रहे व्यावसायिक शिक्षा के तहत गायन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
प्रशिक्षक के रूप में छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए राजकोट (गुजरात) के गायक , गीतकार एवं आरजे दिनेश बालासरा को विद्यालय आमंत्रित किया गया था।
प्रशिक्षक दिनेश बालासरा ने विद्यार्थियो को सुरताल के बारे में जानकारी दी तथा देशभक्ति गीतों का गायन किया। विद्याथियों ने भी संगीत के प्रति अपनी अभिरुचि दिखाई तथा सामूहिक गायन कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
संस्था प्रमुख हेमंत खुटे ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सत्र से उनके विद्यालय में व्यावसायिक शिक्षा लागू की गई है जिसके तहत उन्होंने संगीत के क्षेत्र का चुनाव किया है। इस नये कोर्स से बच्चे संगीत कौशल में दक्ष होंगे। हेमंत ने कहा कि संगीत न केवल एक कला है बल्कि व्यतित्व विकास का महत्वपूर्ण साधन भी है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम पश्चात स्कूल स्टॉफ की ओर से हेमंत खुटे ,तबस्सुम व दिलीप कुमार पटेल ने दिनेश बालासरा को शाल-श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि दिनेश बालासरा ने पिथौरा से फेसबुक रेडियो चैनल लाइव राजकोट रेडियों का लाइव प्रसारण भी किया जिसमें अतिथि के रूप में पिथौरा के साहित्यकार बीजू पटनायक एवं नवाचारी शिक्षक हेमन्त खुटे को आमंत्रित किया गया था। इस दौरान दिनेश बालासरा व कार्यक्रम में जुड़े श्रोताओं द्वारा किये गये सवालों का भी आमंत्रित अतिथियों ने जवाब दिया। इस लाइव कार्यक्रम में देश-विदेश से श्रोताओं ने सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में दिव्यांग मित्र मंडल पिथौरा व नाइट चेस क्लब द्वारा भी दिनेश बालासरा को शाल – श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।


