

धोरैया, बांका जिला (बिहार):
जनहित में एक सराहनीय पहल के तहत धोरैया थाना। में हर शनिवार को “जनता दरबार” का आयोजन किया जा रहा है, जहाँ आम जनता की समस्याओं का त्वरित और निष्पक्ष समाधान किया जाता है। यह एक ऐसी पहल है जिसने आम लोगों के बीच प्रशासन और पुलिस के प्रति विश्वास को और भी मजबूत किया है।
हर शनिवार को जब सुबह धोरैया थाना परिसर में जनता दरबार की शुरुआत होती है, तो इलाके के दूर-दराज़ गांवों से सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर यहाँ पहुँचते हैं। चाहे वर्षों पुराने ज़मीनी विवाद हों या पारिवारिक झगड़े, थाना प्रभारी से लेकर सीओ साहब तक सभी अधिकारी पूरी तत्परता और संवेदनशीलता के साथ जनता की बात सुनते हैं और मौके पर ही समाधान निकालने की भरसक कोशिश की जाती है।

धोरैया थाना के यह प्रयास न सिर्फ विवादों को सुलझाने में कारगर साबित हो रहे हैं, बल्कि यह व्यवस्था लोगों को कोर्ट-कचहरी और लंबी कानूनी प्रक्रिया से भी बचा रही है। इससे आम जनता को समय और पैसा दोनों की बचत हो रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि अब उन्हें छोटे-बड़े झगड़ों और ज़मीन के विवादों के लिए पटना या जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ता। हर शनिवार को थाना परिसर एक न्यायालय की तरह सक्रिय हो जाता है, जहाँ लोगों को न केवल न्याय मिलता है, बल्कि सम्मान के साथ सुना भी जाता है।
थाना प्रभारी और सीओ साहब की देखरेख में चलने वाला यह जनता दरबार अब तक सैकड़ों मामलों का समाधान कर चुका है। इस पहल से प्रशासनिक पारदर्शिता भी बढ़ी है और आम लोगों को राहत मिल रही है।
जनता दरबार की यह पहल निश्चित रूप से बिहार पुलिस और प्रशासन के प्रति लोगों की सोच में बदलाव ला रही है। धोरैया थाना की यह कोशिश एक मिसाल बन रही है, जिसे अन्य क्षेत्रों में भी अपनाने की आवश्यकता है।
जय हिंद, जय भारत।
रिपोर्टिंग: संजीत गोस्वामी,
आईसी न्यूज़ नेशन, धोरैया, बांक जिला (बिहार)